खांसी एक आम समस्या है जो किसी भी मौसम में आपको हो सकती है। यह कई बार अपने आप ठीक हो जाती ,है तो कुछ मामलों में आपको दवाओं का सहारा लेना पड़ता है। कभी कभी खांसी की समस्या इतनी बढ जाती है की इसके कारण सीने और पसलियों में दर्द होने लगता है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से khansi ke liye gharelu upay साझा करेंगे जिसका उपयोग करके आप खांसी की समस्या से निजात पा सकते है।
khansi ke liye gharelu upay
शहद और अदरक
खांसी में शहद और अदरक को बहुत ही कारगर माना जाता है। शहद और अदरक में एंटी-बैक्टीरियल एवं एंटी-एन्फ्लेमेटरी गुड पाये जाते है जो गले को साफ रखते हैं और खांसी को कम करने में मदद करते हैं। इसके उपयोग के लिए एक छोटी चम्मच अदरक का रस निकाल लें, इस रस में एक छोटी चम्मच शहद मिलाएं और इसे दिन में दो से तीन बार सेवन करें। इससे आपको खांसी से राहत मिलेगी।
तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा
आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही खांसी के इलाज के लिए तुलसी और काली मिर्च का उपयोग किया जाता है। khansi ke liye gharelu upay में तुलसी और काली मिर्च को बहुत फायदेमंद औषधि माना जाता है। तुलसी और काली मिर्च में एंटी-एन्फ्लेमेटरी और एंटी-एलर्जिक गुण होते हैं जो खांसी के प्रभाव को कम करते हैं। इसके उपयोग के लिए आप एक छोटे से बर्तन में एक गिलास पानी में 8 से 9 तुलसी के पत्ते और 4 से 5 काली मिर्च पानी डाल कर उबालें। यदि आप चाहे तो इसमें गुण भी मिला सकते हैं। जब पानी आधा बचे तब इसे गरम-गरम छोटे-छोटे घूंटो में पियें।
मुलेठी
गले के स्वास्थ के लिए मुलेठी को काफी फायदेमंद माना जाता है। खांसी हो या गले में खरास मुलेठी के सेवन राहत मिलती है। मुलेठी गले में ज्यादा बलगम बनने से रोकती है और खांसी से राहत दिलाती है। इसके उपयोग के लिए मुलेठी का चूरन चबायें या इसका चूरन पानी में घोलकर दिन में दो से तीन बार पियें।
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भाप लेना
भाप लेना सर्दी जुखाम और खासी में काफी फायदेमंद होता है। भाप लेने से जाम हुई नाक और गले की सूजन से राहत मिलती है और स्वांस नली साफ रहती है। भाप लेने के लिए एक बड़े बर्तन में पानी उबलने के लिए रख दे। अब अपने सिर को एक तौलिये से ढक कर भाप लें। दिन में दो बार भाप लें।
नमक वाले गरम पानी से गरारे
अक्सर खांसी और जुखाम में गला ख़राब होता जाता है तो ऐसे में गरम पानी और नमक से गरारे करने से गले की सूजन, जलन और खांसी से राहत मिलती है। इसके लिए आप एक गिलास गरम पानी में थोडा सा नमक मिलाकर दिन में दो से तीन बार गरारे करें।
खांसी के कारण
खांसी के कई कारण हो सकतें हैं। खांसी मुख्य रूप संक्रमण, एलर्जी या अन्य स्वास्थ समस्याओं के कारण हो सकता है। यहाँ हम आपको खांसी के कुछ सामान्य कारण बता रहे हैं जो इस प्रकार हैं-
- सर्दी-जुखाम या गले का संक्रमण होने पर आपको खंसी की समस्या हो सकती है।
- एलर्जी के कारण भी खांसी हो सकती है, धूल-धुआं से एलर्जी होने पर खांसी हो सकती है।
- अस्थमा के कारण भी खांसी आती है, इसमें बार बार खांसी आने से साँस लेने में कठिनाई होती है।
- फेफड़ो में संक्रमण के कारण भी आपको खांसी हो सकती है।
- टीबी जैसी बीमारी के कारण भी खांसी समस्या होती है।
खांसी के प्रकार
- सूखी खांसी- यदी खांसी के साथ बलगम नहीं आता है तो वह सूखी खांसी होती है।
- गीली खांसी- यदि खांसी के साथ-साथ बलगम भी आता है तो इसे बलगम वाली खांसी या गीली खांसी कहा जाता है।
- पुरानी खानी- यदि खांसी लम्बे समय तक बनी रहती है तो ऐसी खांसी पुरानी खांसी होती है।
खांसी के दौरान क्या खायें क्या न खायें
क्या ना खायें
- ठंडी चीजों से परहेज करें।
- फ्रीज में रखी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
- अधिक मसाले वाले खाद्य पदार्थ ना खायें।
क्या खायें
- अदरक और काली मिर्च वाली काढ़ा पियें।
- खांसी में हमेशा गुनगुना पानी पियें।
- गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
सुझाव: खांसी के लिए घरेलु उपाय प्रभावी और सुरक्षित होते है और यह शरीर को किसी तरह से नुकसान नहीं पहुचाते हैं, लेकिन खांसी लम्बे समय तक बनी रहती है तो आप अपने डाक्टर से संपर्क करें।
FAQ- Related to khansi ke liye gharelu upay
खांसी तुरंत कैसे खत्म करें?
खांसी से तुरंत राहत पाने के लिए आप शहद और अदरक का जूस मिलाकर इसका सेवन कर सकते है। इसके अलावा आप अदरक तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा पी सकते हैं, इससे आपको खांसी से राहत मिलेगी।
खांसी आने पर क्या खाना चाहिए?
खांसी आने पर खाने-पीने में ऐसी चीजों का ध्यान रखना चाहिए जो गले को आराम पहुंचाये, और खांसी को कम करे जैसे- शहद और अदरक, हल्दी वाला दूध, तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा, एवं गरम पानी पीयें इसके अलावा आप मौसम्बी और संतरे का फल खा सकते हैं।
खांसी में क्या परहेज करें?
ठंडी चीजों से परहेज करें।
फ्रीज में रखी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
अधिक मसाले वाले खाद्य पदार्थ ना खायें।