दोस्तों! आज हम इस लेख के माध्यम से giloy ras ke fayde के बारे में विस्तार से जानेंगे और साथ में यह भी जानेंगे की गिलोय का जूस कैसे तैयार किया जाता है। गिलोय एक औषधिये पौधा है जिसके कई फायदे होते है। गिलोय के अंदर काफी सारे ऐसे गुण होते हैं जो हमारे शारीरिक स्वास्थ लिए के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होते हैं। इसलिए इसे संस्कृत में अमृता नाम दिया गया है। इसका वानस्पिक नाम( Botanical name) टीनोस्पोरा कॉर्डीफोलिया (tinospora cordifolia है। इसके पत्ते पान के पत्ते जैसे दिखाई देते हैं।
आयुर्वेद के शोध के अनुसार देखा गया है, की गिलोय के जूस में कैल्शियम, प्रोटीन और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। गिलोय के नियमित इस्तेमाल से आपको कई तरह की बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकता है।आयुर्वेद में इसके बहुत सारे लाभ बताए गए हैं, जो न केवल आपको सेहतमंद रखते हैं, बल्कि आपके चेहरे की सुंदरता को भी बढाता हैं। तो आइए जानते हैं giloy ras ke fayde के बारे मे-
गिलोय रस के फायदे (giloy ras ke fayde)
प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है
गिलोय एक ऐसी आयुर्वैदिक औषधि है, जो हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी फायदेमंद होती है। आयुर्वेदिक रिसर्च के अनुसार गिलोय के अंदर भरपूर मात्रा में ऐंटी ऑक्सिडेंट्स होते हैं जो शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करते हैं। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सिडेंट्स रक्त को साफ रखते हैं और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। गिलोय रस आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
ज्वर नाशक
यदि आपको बार-बार बुखार आता है तो गिलोय के जूस का सेवन कर सकते हैं। गिलोये हर तरह के बुखार से लड़ने में मदद कर सकता है। ऐन्टी पाइरैट गुण के कारण का इसका इस्तेमाल बुखार के उपचार मे किया जा सकता है। गिलोय का उपयोग डेंगू , मलेरिया, स्वाइन फ्लू जैसे विमारियों में किया जाता है।
कब्ज दूर करने में सहायक
अगर आप कब्ज या पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं से परेशान हैं, तो रोजाना गिलोय के जूस का सेवन करें। आयुर्वेद के अनुसार माना जाता है कि गिलोय का जूस डाइजेस्टिव सिस्टम को सही तरीके से संचालित करता है, और भोजन को पचाने की प्रक्रिया में मदद करता है। जिससे आप कब्ज और पेट की दूसरी समस्याओं से बचे रह सकते हैं। इसके साथ में पेट से जुड़ी सभी समस्याएं जैसे की पेट साफ न होना, पेट में कीड़े होना, पेट का इन्फेक्शन से संबंधित सभी बीमारियों को ठीक करने में सहायक होता है।
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लीवर को मजबूत बनाता है
गिलोय का जूस लीवर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। गिलोय का जूस अगर आप पीते हैं, तो इससे आपका लिवर डिटॉक्स रहता है। गिलोय लिवर के लिए काफी अच्छा माना जाता है। अगर लिवर से संबंधित आपको कोई प्रॉब्लम है, तो आप गिलोय का रस पी सकते है। गिलोय का जूस लिवर और पेट से संबंधित कई सारी समस्याओं को ये ठीक करता है। अगर आपका लीवर खराब है, या कमजोर है तो आप गिलोय का जूस ले सकते है। यह आपके लीवर को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
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खूबसूरती को बढाता है
आयुर्वेद के चिकित्सकों के अनुसार गिलोय एक एंटी-एजिंग गुण होता है। जिसकी मदद से चेहरे से काले धब्बों, फाइन लाइन्स और झुर्रियों से बचा जा सकता है। गिलोय के जूस के सेवन से आप निखरी और ग्लोइंग त्वचा पा सकते हैं।
बालों की समस्या दूर करे
गिलोय बालों के लिए भी बहुत अच्छा होता है। अगर आप बालों में डैंड्रफ, बाल झड़ने या सिर की त्वचा की अन्य समस्याओं से परेशान है तो आप गिलोय का जूस ले सकते है। गिलोय के सेवन से आपकी ये समस्याएं भी दूर हो सकती है।
अस्थमा में उपयोगी
अस्थमा एक पुरानी फेफड़ों की बिमारी है जो वायुमार्ग में सूजन के कारण होती है। आयुर्वेदिक चिकित्सक अस्थमा से पीड़ित लोगों को डाइट में गिलोय के जूस को शामिल करने का परामर्श देते हैं। अस्थमा, खांसी और नाक एलर्जी संबंधित विकार गिलोय के सेवन की सलाह दी जाती है।
खून की कमी को दूर करने सहायक
गिलोय खून की कमी को दूर करने में सहायक होता है। कई विमारियों या परिस्थितियों के दौरान प्लेटलेट्स कम हो जाती है। आपने देखा होगा की डेंगू से पीड़ित व्यक्ति में प्लेटलेट्स कम हो जाती है, लेकिन यह ज़रूरी नहीं है कि डेंगू में ही हर किसी को भी प्लेटलेट्स कम हो सकती है। प्लेटलेट्स कम होने पर भी का गिलोय का उपयोग किया जाता है। ज्यादातर भारतीय महिलाओं में खून की कमी पाई जाती है। इससे उन्हें हर समय थकान और कमजोरी महसूस होती है। गिलोय जूस के सेवन से शरीर में रेड ब्लड सेल्स की संख्या बढ़ जाती है और एनीमिया से छुटकारा मिल सकता है।
गिलोय का जूस कैसे बनाये
- गिलोय का जूस बनाने के लिए सबसे पहले आप गिलोय की कुछ टहनियां ले लें।
- इन टहनियों को लेकर उन्हें छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें।
- इसके बाद इसे एक गिलास पानी के साथ उबाल लें इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी कम मात्रा में ना हो जाए।
- अब इसके पश्चात उस पर पानी को छान लें और रोजाना उस जूस का सेवन करें।
- आप इसके पत्ते से भी इसका रस निकल सकते है।
सावधानियाँ
गिलोय एक ऐसी औषधि है जिसके अनेको फायदे हैं, लेकिन अगर आप गिलोय को एक औषधि के रूप में किसी बिमारी के उपचार के रूप में करना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले एक आयुर्वेदिक चिकित्सक का परामर्श अवश्य लें। विशेषकर बच्चे और गर्भावस्था या किसी अन्य चिकित्सकीय स्थिति में, हमेशा एक विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए।
FAQ- Related to giloy ras ke fayde
गिलोय जूस पीने के क्या क्या फायदे हैं?
गिलोय जूस पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढती है, लीवर और पेट से सम्बंधित समस्यायें ठीक होती हैं। इसके अलावा गिलोय का जूस पीने से बुखार एवं अस्थमा के लिए भी फायदेमंद होता है।
गिलोय के रस का सेवन कैसे करें?
1- गिलोय का जूस के सेवन के लिए सबसे पहले आप गिलोय की कुछ टहनियां ले लें।
2- इन टहनियों को लेकर उन्हें छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें।
3- इसके बाद इसे एक गिलास पानी के साथ उबाल लें इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी कम मात्रा में ना हो जाए।
4- अब इसके पश्चात उस पर पानी को छान लें और रोजाना उस जूस का सेवन करें।
5- आप इसके पत्ते से भी इसका रस निकल सकते है।
6- अधिक फायदे के लिए आप इसमें लौंग, अदरक, तुलसी भी डाल सकते हैं।
क्या गिलोय का कोई साइड इफ़ेक्ट है?
गिलोय एक अयुर्वैदिक औषधि है जिससे इसके कोई ज्यादा साइड इफ़ेक्ट देखने को नहीं मिलती है। फिर भी यदि किसी विमारी के उपचार के लिए इस्कगिलोय जूस का इस्तेमाल करने से पहले अपनी डाक्टर से सलाह अवश्य लें।