kadwa chirata ke fayde in hindi: आयुर्वेद में चिरायता को कई बिमारियों में काफी लाभकारी माना गया है। चिरायता में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट के अलावा जलन-सूजन कम करने, बुखार कम करने व लिवर, और पाचन तंत्र से सम्बंधित समस्याओं को दूर में गुणकारी माना जाता है। इसके अलावा चिरायता का उपयोग डायबीटीज कंट्रोल करने और शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने के लिए भी किया जाता है। यह डायबिटीज और मोटापे जैसी बीमारियों को दूर कर सकता है।
इसमें मौजूद गुण इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी उपयोगी माना जाता है। खासतौर पर चिरायता से तैयार काढ़ा इम्यूनिटी और सर्दी-जुकाम की समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। चिरायता जड़ी बूंटी को कड़वी जड़ी बूंटी भी कहा जाता है, तो आइए विस्तार से जानते हैं चिरायता के फायदे (kadwa chirata ke fayde in hindi) के बारे में।
चिरायता के फायदे (kadwa chirata ke fayde in hindi)
वजन कम करने में सहायक
चिरायता का काढ़ा पीने से आपका वजन तेजी से घट सकता है। इसमें मौजूद गुण पेट में दर्द, गैस, सूजन इत्यादि को कम करता है। साथ ही यह आपके मेटाबॉलिज्म को मजबूती प्रदान करता है, जिससे आप तेजी से वजन घटा सकते हैं। ये मेटाबोलिज्म को तेज करता है और वजन कम करने लाभदयक होता है।
पाचन सुधार में सहायक
चिरायत में कई प्रकार के न्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो पाचन क्रिया में सुधारने में मदद करते हैं। चिरायता पाचन तंत्र से संबंधित विभिन्न समस्याओं जैसे गैस्ट्राइटिस, अपच , पेट में गैस, सूजन और कब्ज में सहायक होता है यह भोजन को सही ढंग से पचाने में मदद करके आपको पेट संबंधित समस्याओं से बचाता है।
शुगर कंट्रोल करने में सहायक
चिराता इंसुलिन रिलीज को उत्तेजित करके और मांसपेशियों की कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ाकर ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में प्रभावी है। इसका हर कुछ दिनों पर सेवन करने से रक्त शर्करा को सामान्य स्तर पर रख सकता है। जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
लिवर को डिटॉक्स करता है
चिरायता का काढ़ा पीने से लिवर को डिटॉक्सिफाई किया जा सकता है। इसमें शक्तिशाली हेपेटोप्रोटेक्टिव और हेपेटोस्टिमुलेटिव गुण पाए जाते हैं जो शरीर से पित्त दोष को दूर करके लिवर एंजाइमों को सामान्य स्तर तक लाने में असरदार होते हैं। इससे लिवर को डिटॉक्सिफाई किया जाता सकता है, जिससे हमारा लिवर स्वस्थ रहता है और सही रूप से कार्य करता है।
त्वचा को स्वस्थ बनाये रखना
चिरायता त्वचा की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। चिरायता में ऐंटीऑक्सिडेंट एंटीमाइक्रोबिअल, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन, जलन, मुंहासे और एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। यह भी माना जाता है कि इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं जो झुर्रियों और महीन रेखाओं को कम करते हैं।
चिरायता के पानी से मुंह धोने से एक्जिमा और मुंहासों जैसे त्वचा रोगों से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। इसके अलावा ये जलन, रूखापन और खुजली वाली त्वचा में असरदार है।
ब्रेन के लिए फायदेमंद
चिरायता स्वर्टियामार्टिन नामक एक मेटाबोलाइट का उत्पादन करता है जो कि तनाव और चिंता को कम करने में मददगार है। ये सेंट्रल नर्वस सिस्टम की समस्याओं में प्रभावी है, और ब्रेन के कामकाज को ठीक करने में मददगार है। इसके अलावा चिरायता हमारे शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र को को भी मजबूत बनाने में सहायक होअता है।
जीर्ण से जीर्ण बुखार में सहायक
आयुर्वेद में चिरायता को बुखार के लिए काफी लाभकारी माना गया है। चिरायता में विशेष रूप से कड़वे तत्व होते हैं जो जीर्ण से जीर्ण बुखार में लाभ कर सकते हैं। इसमें मौजूद किनोविकोल और क्विनीन जैसे तत्व बुखार को कम करने में मदद कर सकते हैं।
भूख ना लगना
अगर आप भी उन लोगों में से है जिन्हें भूख नहीं लगती है और भूख ना लगने से वजन बढ़ नहीं पाता है तो ऐसे में चिरायता आपकी भूख बढ़ाने में मदद कर सकता है आयुर्वेद के शोध के अनुसार यह पित्त रस (Bile juice) के secrition को बढाता है, जिससे भूख बढ़ सकती है, इसलिए चिरायते का उपयोग आप भूख बढ़ाने में कर सकते है। इसके लिए आपको किसी आयुर्वेदिक दुकान से इसके पत्ते लेने हैं जिन्हें हम सूखा चिरायता भी कहते हैं इसके बाद आपको इसका 50 ml.जूस निकलकर और फिर सुबह खली पेट सेवन करें। इससे भूख बढ़ाने में मदद मिलेगी।
खून साफ रखता है
चिरायता में ऐंटीऑक्सिडेंट एंटीमाइक्रोबिअल, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हमारे खून को साफ करने में काफी मदद करता है। यह खून से बिषैले पदार्थो को निकालकर हमारे शरीर को साफ रखता है। इसके लिए आपको एक चम्मच चिरायते का पाउडर लेना है और 250ml पानी लेना है और इन दोनों को उबाल लेना है। जब पानी आधा रह जाये तो इसको ठण्डा करके इसमें शहद या मिसरी मिला सकते है क्योकि इसका स्वाद कडवा होता है और फिर इसका सेवन करें।
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सावधानियां और सुझाव
1- चिरायता का सेवन करने से पहले अपने नजदीकी आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह जरूर लें , खासकर गर्भवती और स्तनपान कर रही महिलाएं और बच्चे।
2- सही मात्रा में और सही तरीके से चिरायता का उपयोग करें, जैसा कि आयुर्वेदिक चिकित्सक या हर्बलिस्ट सुझाएं।
3-यदि किसी को चिरायता के सेवन से कोई साइड इफेक्ट्स या एलर्जी होती हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
FAQ
चिरायता कौन कौन सी बीमारी में काम आता है?
चिरायता का उपयोग कई तरह की बिमारियों के उपचार में किया जाता है ,जैसे –
वजन कम करने में
सुगर कंट्रोल में
पाचन सम्बन्धी समस्याओं में
बुखार में
स्किन सम्बन्धी समस्याओ में।
चिरायता का पानी पीने से क्या फायदा है?
चिरायता का पानी पीने से हमारा लीवर और पेट साफ रहता है, और भूख को बढ़ता है। चिरायता का पानी पीने से प्रतिरक्षा तंत्र भी मजबूत होता है।
चिरायता पीने से क्या शुगर कम होता है?
चिरायता इंसुलिन रिलीज को उत्तेजित करके और मांसपेशियों की कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ाकर ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में प्रभावी है। इसका हर कुछ दिनों पर सेवन करने से रक्त शर्करा को सामान्य स्तर पर रख सकता है। जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है।
चिरायता के क्या नुकसान है?
चिरायता के कड़वाहट के कारण कुछ लोगों को उल्टी भी हो सकती है।
यदि किसी को चिरायता के सेवन से कोई साइड इफेक्ट्स या एलर्जी होती हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
खासकर गर्भवती और स्तनपान कर रही महिलाएं और बच्चे बिना डाक्टर के सलाह के इसका सेवन ना करें।