khoon kaise badhaye gharelu upay: आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में स्वास्थय पर ध्यान दे पाना मुश्किल होता जा रहा है । कम समय में ज़्यादा काम पूरा करने की होड़ में हम सम्पूर्ण पौष्टिक आहार लेने के बजाय फ़ास्ट फ़ूड और झटपट बनने वाले भोजन से काम चला लेते हैं। ऐसे में हीमोग्लोबिन की कमी एक आम समस्या बनती जा रही है। खासकर महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी होना सामान्य बात हो गयी है। शरीर में खून की कमी से आपको कई दिक्कतें आ सकती है। जैसे लगातार थकान महसूस होना, कमज़ोरी आना, सिर में दर्द बालों का झड़ना, चिड़चिड़ापन , पीरियड्स में तेज़ दर्द होना आदि। ऐसे में हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए अक्सर हम दवाओं का सहारा लेते हैं। लेकिन अगर हम अपने आहार और दिनचर्या में थोड़े बदलाव के साथ कुछ घरेलु उपाय आज़माएं तो हीमोग्लोबिन की कमी को आसानी से दूर किया जा सकता है-
खून बढाने के लिए क्या खाए [khoon kaise badhaye gharelu upay]
चुकंदर का सेवन करें
खून की कमी को दूर करने के लिए चुकंदर काफी लाभकारी होता है। चुकंदर एक दवा के रूप में एनीमिया में काम करता है। चुकंदर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन, विटामिन ए, विटामिन सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फाइबर, पाया जाता है। इसके पोषक तत्त्व शरीर में हिमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक होते हैं। एनीमिया के पेशेंट के लिए चुकंदर काफी फायदेमंद होता है। आप इसको सलाद के रूप में खा सकते हैं, या इसका जूस बनाकर पी सकते है।
ड्राई फ्रूट्स नियमित सेवन करें
यदि आपको खून की कमी है, तो आप किशमिश, काजू, खजूर, पिस्ता, मूंगफली आदि ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते है। इसके सेवन से आपको कुछ दिनों में रिजल्ट मिलना शुरू हो जाएंगे। क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसको आप कभी भी ले सकते हैं। दोपहर में सुबह शाम अब अगर सुबह पानी में भिगोकर लेंगे तो वो अधिक फायदेमंद रहेगा।
सूखे किशमिश के मुकाबले भीगी किशमिश ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है। भीगी किशमिश में आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर मौजूद होते हैं, जो कि सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। किशमिश आयरन का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स भी बहुत ज्यादा होता है, और यही तत्व रक्त फॉर्मेशन में उपयोगी होते हैं।
पालक और हरे पत्तेदार सब्जियाँ
पालक एक एक ऐसी सब्जी है जो अनेक पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसमें विटामिन C और फोलेटिक एसिड भी होते हैं, जो हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने में मदद करते हैं। पालक अनीमिया में दवा के रूप में काम करता है। अगर आप इसका सेवन करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा बेनिफिट मिलने वाला है। इसके साथ ही और भी जो हरे पत्तेदार सब्जियां होती हैं, इनका भी आपको सेवन करते रहना है।
गुण का सेवन करें
गुड में में आयरन की प्रचूर मात्रा में होती है, इसके अतिरिक्त गुड़ विटामिन्स, मिनरल्स, और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है। हेमोग्लोबिन रक्त में ऑक्सीजन को पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
गुड़ रक्त में मौजूद विषैले तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में भी मदद कर सकता है, जिससे खून की सफाई बनी रहती है।
गुड़ में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जिससे पाचन सिस्टम को सुधारकर खून बनाने में मदद कर सकती है।
ध्यान दें कि यदि किसी को शुगर या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो उन्हें चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए और उचित मात्रा में गुड़ का सेवन करना चाहिए।
सेब और गाजर
आपको खून की कमी दूर करने के लिए सेब का सेवन करना चाहिए । क्योकि इसमें आयरन और अन्य पोषक तत्त्व प्रचूर मात्रा में पाये जाते हैं। सेब के सेवन करने से आपके शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल बढेगा। आप सेब का जूस बनाकर पी सकते हैं। या फिर कट करके खा सकते है।
खून की कमी को दूर करने के लिए आप गाजर का सेवन भी कर सकते है। क्योंकि गाजर में फाइबर, विटामिन के, पोटैशियम, एंटीऑक्सीडेंट, और बीटा-कैराटिन के गुण पाया जाता है, जो कि काफी हेल्प करने वाला है। खून बढ़ाने में आप गाजर और चुकंदर का जूस भी बनाकर पी सकते हैं। ये मैं आपको उस तरीके बता रहा हूँ की आप ऐसे भी कर सकते हैं या फिर अगर आपको सिंपल गाजर खाना है तो वो भी आप खा सकते हैं।
विटामिन C का सेवन करें
खून की कमी को दूर करने के लिए विटामिन C वाले फलों का सेवन अवश्य करना चाहिए क्योकि यह खून को अवशोषित करने में सहायक होता है। विटामिन C वाले फलों में आप संतरे, मौसम्मी, किवी को ले सकते है।
खून की कमी के लक्षण
- थकन और कमजोरी: खून की कमी के कारण शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है , जिससे व्यक्ति थका हुआ और कमजोर महसूस करता है। क्योकि खून का मुख्य कार्य होता है ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को शरीर के अंगों तक पहुँचाना। यदि खून की मात्रा में कमी होती है, तो शरीर सही से काम नहीं करता है, जिससे उचित मात्रा में शरीर को उर्जा नहीं मिल पति है, इसलिए व्यक्ति थका हुआ और कमजोर महसूस करता है।
- सुस्ती और चक्कर आना: ऑक्सीजन की कमी के कारण मस्तिष्क को सही से काम करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है, इसलिए खून की कमी के कारण व्यक्ति को चलते समय या कोई काम करते समय चक्कर आ सकता है। कोई कम करने में मन नहीं है और शरीर में सुस्ती बनी रहती है।
- चेहरे का पीला होना: खून की कमी के कारण चेहरा पीला दिखाई देने लगता है, क्योकि खून में लाल रक्त RBCs (red blood cells) की कमी हो जाती है। खून में बड़ी संख्या में लाल रक्त कोशिकाएं मौजूद होती हैं, जिसमें हीमोग्लोबिन होता है। हीमोग्लोबिन असल में लाल रंग का आयरनयुक्त प्रोटीन है।
- अनियमित दिल की धड़कन: खून की कमी के कारण ह्रदय की गति अनियमित रूप से हो सकती है।
खून की कमी के कारण
आयरन या हिमोग्लोबिन की कमी: आयरन शरीर के लिए महत्वपूर्ण है जो हेमोग्लोबिन उत्पत्ति में सहायक है। अगर आहार में आयरन की कमी होती है, तो रक्त की मात्रा कम हो सकती है।
विटामिन B12 की कमी: विटामिन B12 भी रक्त निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसकी कमी के कारण भी खून की मात्रा में कमी हो सकता है। फोलिक एसिड भी रक्त निर्माण में सहायक है।
बीमारियों के कारण: कुछ बीमारियां और रोग जैसे कि कैंसर, किडनी या अन्य शारीरिक समस्याओं के कारण भी खून की कमी हो सकती हैं।
बीमारियों के कारण: चोटे या सर्जरी के दौरान खून का अधिक बहाव के कारण भी शरीर में खून की कमी हो सकती है।
गर्भावस्था और मासिक धर्म: महिलाओं में गर्भावस्था या मासिक धर्म के समय भी खून की मात्रा में कमी हो सकती है।
https://www.youtube.com/watch?v=4R98-4OYzTA&t=291s
FAQ-Related to khoon kaise badhaye
क्या खाने से खून बहुत तेजी से बढ़ता है?
खून की कमी को तेजी से दूर करने के लिए आप अपने आहार में हरे पत्तेदार सब्जियाँ,ड्राई फ्रूट्स, दूध,सेब, अनार और चुकंदर जैसे फलों को शामिल कर सकते हैं।
शरीर में खून की कमी के लक्षण क्या होते हैं?
खून की कमी के निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं जैसे –
1- सुस्ती और चक्कर आना
2- थकन और कमजोरी
3- चेहरे का पीला होना
4- सर में दर्द
5- बालों का झड़ना
6- चिडचिड़ापन।
मनुष्य के शरीर में खून कितना होना चाहिए?
एक स्वस्थ मनुष्य के शरीर में 5 से 5.5 लीटर और एक स्वस्थ महिला में 4 से 4.5 लीटर खून होना चाहिए।